मान्यताओं के अनुसार भगवान विश्वकर्मा को दुनिया का पहला वास्तुकार और इंजीनियर माना जाता है.
इस बार 22 सितंबर से नवरात्र की शुरूआत होगी.
आश्विन कृष्ण पक्ष की अष्टमी 14 सितंबर को जितिया व्रत मनाया जाएगा.
पितृ पक्ष वह समय होता है जब हमें सात्विक जीवन जीने की सलाह दी जाती है.
ऐसी मान्यता है कि पितृ पक्ष के दौरान श्राद्ध कर्म करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. इस वर्ष पितृ पक्ष की शुरुआत और समाप्ति ग्रहण के दिन होगी.
महीने में दो बार, यानि शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष में, एकादशी का व्रत रखा जाता है.
राधा अष्टमी देवी राधा के जन्मोत्सव के रूप में मनाई जाती है, जिन्हें भगवान कृष्ण की सनातन पत्नी माना जाता है.
शबद गुरु श्री गुरु ग्रंथ साहिब का पहला प्रकाशोत्सव 23 और 24 अगस्त को मेन रोड गुरुद्वारा में श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाएगा.
देश के अन्य राज्यों की तरह झारखंड की राजधानी रांची में भी गणेश चतुर्थी का पावन पर्व 27 अगस्त से मनाया जाएगा.
मान्यता है कि यह व्रत पति की लंबी आयु, दांपत्य सुख और अखंड सौभाग्य का वरदान प्रदान करता है.
सात किलोमीटर लंबे सवारी मार्ग में 10 ड्रोन से रजत पालकी पर पुष्पवर्षा की जाएगी।
संभव हो तो श्रीमद्भागवत गीता का पाठ करने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है.
दोनों उत्सवों का कारण क्षेत्रीय परंपराओं और चंद्र कैलेंडर गणनाओं में अंतर है.
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शुक्रवार यानी 8 अगस्त को मंदिर का शिलान्यास करेंगे।
न केवल दिन का समय महत्वपूर्ण है, बल्कि राखी बांधते समय गांठों की एक निश्चित संख्या भी होती है.
अगस्त 2025 में, अमावस्या तिथि को भाद्रपद अमावस्या के नाम से जाना जाएगा.
सावन पूर्णिमा के बाद भाद्रपद मास की शुरुआत होती है. इस महीने का विशेष महत्व है. इस महीने में गणेश चतुर्थी और कृष्ण जन्माष्टमी समेत कई त्योहार मनाए जाते हैं.
लोगों का मानना है कि नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा करने से नाग देवता प्रसन्न होते हैं.
श्रवण नक्षत्र और सर्वार्थ सिद्धि योग में बहनें इस वर्ष नौ अगस्त को दिनभर राखी बांधेंगी.
इस साल सावन का महीना 11 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त को खत्म होगा. सावन सोमवार के साथ-साथ सावन शिवरात्रि भी महत्वपूर्ण होते हैं.