सावन मास 2025: 14 जुलाई को होगी पहली सोमवारी, जानें शिव चलीसा का महत्व

Shwet Patra

रांची (RANCHI): ब्रज किशोर ज्योतिष संस्थान,डॉ रहमान चौक सहरसा बिहार के संस्थापक ज्योतिषाचार्य पंडित तरुण झा जी ने बताया कि देवाधिदेव महादेव का प्रिय मास सावन की शुरुआत 11 जुलाई शुक्रवार को सिद्धि योग से हो रही है और 09 अगस्त को सावन मास का समापन होगा. पहली सोमवारी 14 जुलाई को है और श्रावण सोमवार व्रत के दिन भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा विशेष विधि विधान से की जाती है.


मनोकामना पूर्ति का महीना

सोमवार का व्रत करने से सुख समृद्धि और उन्नति और मनोकामना पूरी होती है,श्रावण को मनोकामना पूर्ति का महीना भी कहा जाता , क्योंकि भोलेनाथ ही ऐसे देवता है जिनकी सच्चे मन से पूजा की जाए तो वह बेहद जल्द प्रसन्न हो जाते हैं,मान्यता है की श्रावण सोमवार के दिन भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा जल्द फलित होती है.

करें शिव चलीसा का जप

श्रावण मास के दौरान भगवान शिव को जल एवं गंगाजल के साथ-साथ पुष्प, बेलपत्र,धतूरा,मंदार पुष्प गाय का कच्चा दूध,विजया पत्र,मधु, गुड,इत्र,पंचामृत आदि एवं माता पार्वती की श्रृंगार सामग्री चढ़ाना शुभ माना जाता है, भगवान भोलेनाथ व मां पार्वती का विधि विधान के साथ पूजा जलाभिषेक,रुद्राभिषेक करना अच्छा माना जाता है. इस विशेष समय में शिव पूजन,पार्थिव पूजन, महामृत्युंजय अनुष्ठान भी अति लाभदायक सिद्ध होगा. संभव हो तो शिव चलीसा ओम नमः शिवाय का जप और महामृत्युंजय के मन्त्र का जप अवश्य करें. इसके साथ ही सोलह सोमवार का व्रत भी आरंभ किया जा सकता है.

श्रावण मास 2025 का सोमवारी व्रत 

पहला सोमवार व्रत- 14 जुलाई 2025,श्रावण का दूसरा सोमवार व्रत- 21 जुलाई 2025, श्रावण का तीसरा सोमवार व्रत- 28 जुलाई 2025,श्रावण का चौथा सोमवार व्रत- 04 अगस्त 2025

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