रांची (RANCHI): उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने निर्णय लिया है कि जो सैनिक अग्निवीर के रूप में देश की सेनाओं में अपना योगदान दे रहे हैं, जब वह सेवानिवृत्त होंगे, तो हम ऐसे सैनिकों के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस बल में 20 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था कर रहे हैं.
भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम की सराहना
कारगिल विजय दिवस 2025 के अवसर पर लखनऊ स्थित कारगिल शहीद स्मृति वाटिका में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने शहीद जवानों को पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके परिजनों को सम्मानित किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम की सराहना की.
कारगिल विजय की घोषणा
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि आज का दिन भारत के महान वीर सपूतों को याद करने का दिन है. इस दिन भारत ने ऑपरेशन विजय को पूर्ण करते हुए पाकिस्तान को धूल चटाकर दुनिया को हैरान कर दिया था. हम भारत के उन वीर सपूतों को नमन करते हैं. ये दिन भारत की सेना के शौर्य का भी प्रतीक है. उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध पाकिस्तान ने भारत पर थोपा था जिसका मुंहतोड़ जवाब हमारे वीर जवानों ने दिया. पहाड़ियों पर घुसपैठ की सूचना मिली. सेना ने सरकार को जानकारी दी. इसके बाद हमला करने पर गलतफहमी को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने कार्रवाई की. आज के ही दिन कारगिल विजय की घोषणा प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी.
आज भी कुछ राजनीतिक दल बांटने का काम कर रहे हैं:योगी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि कुछ लोग सत्ता में आने के बाद परिवारवाद के सहारे जातिवाद से सामाजिक ताने-बाने को छिन्न भिन्न करने का काम करते हैं. जब भी हम ऐसी प्रवृत्ति के लोगों के चंगुल में फंसते हैं, हमे बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है. हमारे पास योद्धाओं, वैभव और बुद्धि की कमी नहीं है लेकिन उस दौरान कुछ लोगों ने अपने हित के लिए देश को बांटने का काम किया, जिससे देश गुलाम हुआ. आज भी कुछ राजनीतिक दल बांटने का काम कर रहे हैं. उस दौरान भी विभाजन हमारी कमजोरी था. फिर से हमें विभाजन से बचने की आवश्यकता है. हमें एक भारत श्रेष्ठ भारत को समर्थ और सशक्त बनाने के लिए एकजुट होकर आगे बढ़ना होगा. कारगिल विजय दिवस का संदेश भी यही है.
'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र
मुख्यमंत्री योगी ने 'ऑपरेशन सिंदूर' का जिक्र करते हुए कहा कि आपने 'ऑपरेशन सिंदूर' के माध्यम से भारत के शौर्य और पराक्रम को भी देखा होगा. भारतीय सेना को पूरे पाकिस्तान को सबक सिखाने में 22 मिनट भी नहीं लगे. पाकिस्तान के आतंकी कैंप को तहस-नहस कर दिया. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी पुलवामा में दुस्साहस करने वालों को कीमत चुकाने की बात कही थी. भारतीय सेना के साहस और पराक्रम को देखकर पाकिस्तान अमेरिका की शरण में पहुंचा. भारत एक मोर्चे पर कई देशों से लड़ रहा था. इसके बावजूद भारतीय सेना के सामने पाकिस्तान की एक नहीं चली. फिर अंत में पाकिस्तान को समर्पण के लिए मजबूर होना पड़ा.
50 लाख रुपये की सहायता
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारा जवान किसी भी युद्ध या सीमा की सुरक्षा करते हुए शहीद होता है, तो राज्य सरकार की ओर उसके परिवार को आज 50 लाख रुपये की सहायता दी जा रही है. साथ ही उस परिवार के एक सदस्य की नौकरी भी मिलती है. इसके अलावा 2017 से हमारी सरकार ने यह भी सुनिश्चित किया कि शहीद होने वाले जवान की स्मृति को आगे बढ़ाने के लिए जिस गांव, नगर, कस्बे का वह जवान होगा, वहां पर एक भव्य स्मारक, इंस्टीट्यूट या किसी मार्ग का नामकरण उस जवान के नाम पर करेंगे. सरकार ने तय किया है कि अग्नि वीर के रूप में जो जवान देश की सेनाओं में योगदान दे रहे हैं, उन्हे उत्तर प्रदेश पुलिस बल में 20 प्रतिशत आरक्षण देने की व्यवस्था की गयी है.