रांची (RANCHI): इराक का किरकुक शहर भीषण विस्फोट की आवाज से दहल गया. उत्तरी इराक स्थित किरकुक इंटरनेशनल एयरपोर्ट के सैन्य खंड पर दो रॉकेट गिरे हैं. इनमें एक से दो सुरक्षा कर्मचारियों के घायल होने की बात कही जा रही है. तीसरा रॉकेट शहर में एक घर पर गिरा है. अभी तक किसी समूह ने इस घटना की जिम्मेदारी नहीं ली है.
ईरान की मेहर और तुर्किये की अनादोलु न्यूज एजेंसी ने इराक की समाचार एजेंसी आईएनए के हवाले से किरकुक में हमले की जानकारी दी है. आईएनए के अनुसार, एयरपोर्ट के अधिकारियों ने कहा कि सोमवार देररात किरकुक एयरपोर्ट पर तीन (रॉकेट) प्रक्षेपास्त्र दागे गए.
जानकारी के अनुसार इस हमले में एक व्यक्ति मामूली रूप से घायल हो गया. स्थानीय समयानुसार रात 11.30 बजे (2030 जीएमटी) दो रॉकेट हवाई अड्डे के सैन्य खंड और एक नागरिक क्षेत्र में गिरा. इससे सैन्य क्षेत्र से सटे एक गेट के पास झाड़ियों में आग लग गई. अग्निशमन विभाग ने आग को तुरंत बुझा दिया। रन-वे या हवाई अड्डे की सुविधाओं को कोई नुकसान नहीं पहुंचा.
अधिकारियों के बयान में कहा गया कि हवाई अड्डे के सभी घटक पूरी तरह से चालू हैं. किरकुक ऑपरेशन कमांड के सुरक्षा बलों ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और हवाई अड्डे के चारों ओर कर्मियों को तैनात किया. बयान के अनुसार, उन्होंने यह भी पुष्टि की कि कोई खतरा नहीं है और इस घटना से निर्धारित उड़ानों में कोई बाधा नहीं आएगी. इससे पहले, एक इराकी सुरक्षा सूत्र ने कहा कि इराक के किरकुक एयरबेस और एक नागरिक घर पर दो रॉकेट गिरे, लेकिन कोई हताहत या भौतिक क्षति नहीं हुई.
बता दें कि इस एयरपोर्ट को आधिकारिक तौर पर 16 अक्टूबर 2022 को नागरिकों के लिए खोला गया. 2003 से इसका उपयोग अमेरिकी वायुसेना सैन्य हवाई अड्डे के रूप में कर रही थी. इसे नवंबर 2011 में इराकी सेना को वापस किया गया था. मध्य पूर्व के रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, इराक लंबे समय से ड्रोन और रॉकेट हमलों का युद्धक्षेत्र रहा है. यही नहीं, इराक छद्म युद्धों के लिए उपजाऊ जमीन भी साबित हुआ है. दशकों के विनाशकारी संघर्ष और उथल-पुथल के बाद हाल ही में इसने स्थिरता की झलक हासिल की है.
पिछले हफ्ते 12 दिवसीय ईरान-इजराइल युद्ध को समाप्त करने वाले युद्धविराम से कुछ घंटे पहले अज्ञात ड्रोन ने बगदाद और दक्षिणी इराक में दो सैन्य ठिकानों पर रडार सिस्टम पर हमला किया था. यह हमला किसने किया, उसकी पहचान अभी तक नहीं हो सकी है. इराक सरकार ने कहा कि उसने ड्रोन हमलों की जांच शुरू कर दी है, लेकिन उसने अभी तक किसी भी अपराधी की पहचान नहीं की है.