विवाह में देरी और बाधा के कुछ अहम कारण और उसके उपाय

Shwet Patra

रांची (RANCHI): हर बड़े- बुजुर्ग कहते है की समय से शादी हो जाये तभी अच्छा होता है. हिन्दू समाज में किसी की शादी होना किसी उत्सव से कम नहीं होता है. लोग ऐसा मानते हैं कि सही समय से शादी कर लेने से ग्रहस्त जीवन अच्छा रहता है. लेकिन कई बार ऐसा होता है जब माता-पिता बच्चे के लिए रिश्ता ढूंढ-ढूंढ कर थक जाते है और कही भी बात पक्की नहीं होती. कई मामलों में बात पक्की हो जाने के बाद भी रिश्ता टूट जाता है. बता दें कि किसी की शादी में बाधा आना कोई संजोग नहीं बल्कि कुछ गलतियां हैं. हम जीवन काल में पूजा करते समय ऐसी गलतियां कर देते हैं जिससे वह हमारे विवाह के समय परेशानी पैदा करता है. जानते हैं कुछ ऐसे ही अहम कारण और साथ ही उससे बचने के उपाय.   

मंगलवार के व्रत से मंगलिक दोष करें दूर 

ज्योतिषशास्त्र के अनुसार कुण्डली में मंगलिक दोष होने पर शादी में बाधा आती है. मंगलिक दोष के कारण आने वाली बाधा को दूर करने के लिए मंगलवार के दिन व्रत रखकर हनुमान जी की पूजा करनी चाहिए. हनुमान जी को सिन्दूर चढ़ाएं और रामायण के बालकांड का पाठ करें. हनुमान जी को गेहूं के आटे और गुड़ से बने लड्डू का भोग लगाएं. हनुमान जी को सिन्दूर चढ़ाएं और रामायण के बालकांड का पाठ करें.

युगल भगवान की पूजा 

कभी भी अकेले शिव, राम या कृष्ण की पूजा नहीं करें. इससे विवाह में देरी होती है. विवाह में देरी से बचने के लिए शिव पर्वती, राम सीता अथवा कृष्ण राधा की युगल प्रतिमा की पूजा करें. आप जिन युगल की पूजा करें. पूजा के पश्चात उनकी चरणरज लेकर मांग भरें.

शनि की प्रतिकूल स्थिति पर नियंतत्र

शनि की प्रतिकूल स्थिति से भी विवाह में बाधा आती है. शनि के कारण आने वाली बाधा को दूर करने के लिए प्रत्येक शनिवार को शिव लिंग पर काले तिल अर्पित करना चाहिए. शनिवार को काले कपड़े में साबुत उड़द, लोहा, काला तिल और साबुन बांधकर दान करने से भी लाभ मिलता है.

जल्दी विवाह के टोटके

माना जाता है कि घर में जब किसी की शादी हो रही हो तब दूल्हे का सेहरा लेकर सिर पर रखने से कुंवारे लड़के की शादी जल्दी होती है. कन्या को दुल्हन से सिर टकराना चाहिए. जिस कन्या की शादी में बार-बार बाधाएं आ रही हों उसे रात में तांबे के पात्र में जल भरकर विष्णु भगवान की मूर्ति या तस्वीर के सामने रखना चाहिए. सुबह ब्राह्ममुहूर्त में उस पात्र को लेकर खुले आकाश में चले जाएं. इस पात्र में रखे जल से मांग भरें और वापस पात्र को भगवान के सामने रख दें. इस बीच कोई टोके तो कुछ न बोलें. एक महीना तक ऐसा करने से विवाह के योग मजबूत हो जाते हैं.

More News