रांची (RANCHI): तिल, दही-चूड़ा और गुड़ को समर्पित त्यौहार मकर संक्रांति इस साल 14 जनवरी को मनाई जाएगी. पंडित रामदेव पांडेय के अनुसार 14 जनवरी के दिन, मंगलवार को सूर्य दोपहर 3:36 बजे धनु राशि से मकर राशि में जाएंगे. यही वजह है कि इसी दिन मकर संक्रांति का त्यौहार मनाया जाएगा. 14 जनवरी से ही खरमास समाप्त होगा और शादी-विवाह जैसे शुभ काल मुहूर्त का शुभारंभ हो जाएगा. इतना ही नहीं, मकर संक्रांति के दिन से ही प्रयागराज में आयोजित पूर्ण महाकुंभ मेला का शुभारंभ होगा. पहला अमृत स्नान भी मंगलवार से होगा जो आगामी 26 फरवरी फाल्गुन कृष्ण पक्ष त्रयोदशी बुधवार तक चलेगा.
मकर संक्रांति पर स्नान-दान का महत्व
मकर संक्रांति के दिन स्नान-दान पुण्य का विशेष महत्व होता है. ऐसी मान्यता है कि इस दिन गंगा स्नान और दान पुण्य करने से व्यक्ति के पापों का नाश होता है. साथ ही व्यक्ति का भाग्योदय होता है. पंडित रामदेव पांडेय बताते हैं कि मकर संक्रांति के दिन चुडा, दही, गुड, तिलकुट दिन मे खाने का विधान है. वहीं रात मे खिचड़ी खाने का विधान है. इस दिन चुडा,दही, गुड, तिलकुट, कम्बल, चावल, दाल, हल्दी, नमक, मसाला, स्वेटर, कोट आदि जाडे से बचने का सामान आप किसी ज़रूरतमंद को दान कर सकते हैं.
14 जनवरी से 12 फरवरी तक जारी रहेगा माघ स्नान
माघ स्नान 14 जनवरी से 12 फरवरी तक होगा, 12 फरवरी बुधवार को माघी पूर्णिमा होगा। इसे एक माह को माघ स्नान या कल्प वास भी कहते है. इस समय प्रातःकाल नदी,तालाब प्रयागराज संगम स्नान या काशी मे दशाश्वमेध घाट मे भी कल्पवास किया जाता है. माघ में मुली खाना निषेध है. वहीं 30 जनवरी से 7 फरवरी तक माघ का गुप्त नवरात्र भी है. इस नवरात्र की प्रमुख देवी श्री महा सरस्वती, 1 फरवरी गणेश चोथ, 3 फरवरी सोमवार को बसंत पंचमी/ सरस्वती पूजा है. 4 फरवरी को अचला सप्तमी है और 8 फरवरी को अचला एकादशी है.