सावान में भक्तों को भोलेनाथ से जोड़ता है हरा रंग

Shwet Patra

रांची (RANCHI): आगामी सोमवार से पवित्र महीना सावान के शुरुवात होगी. इस महीने में  बाबा भोलेनाथ और देवी पार्वती की पूजा अर्चना करने का विधान है. एक महीने के दौरान आदिशक्ति शिव पर जलाभिषेक करने से सभी संकट दूर हो जाते हैं, वहीं माता पार्वती को श्रृंगार की वस्तुएं चढ़ाने से देवी अति प्रसन्न होती हैं. यही वजह है कि सावान महीने में हर सुहागिन अपने श्रृंगार पर विशेष ध्यान देती हैं. इतना ही नहीं, सावान में हरे रंग का भी बड़ा महत्व है. इस समय महिलाएं हरी चूड़ियां और सारी पहनती हैं 

सावान के दौरान क्या है हरे रंग का महत्व 

सावान में हरे रंग को प्रकृति से जोड़ के देखा जाता है. इस समय चारों तरफ हरियाली छाई रहती है, बारिश के बाद है पेड़ में नए हरे हरे पत्तों की उपज होती है, मानो जैसे हर वृक्ष एक नया स्वरूप ले रहा हो. शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान शिव को प्रकृति से बेहद लगाव था. पर्वत राज होने के कारण वह प्रकृति से सदैय जुड़े रहते थे. वही वजह है कि भोलेनाथ को हरे रंग से खास प्रेम था. अतः सावान में हरे रंग का वस्त्र धारण करने से बाबा प्रसन्न होते हैं. वहीं हरे रंग को नई ऊर्जा, खुशहाली, मानसिक शांति और सकारात्मकता के संचार का प्रतीक भी माना जाता है.

More News