रांची (RANCHI): एवोकाडो को बेहद पौष्टिक माना जाता है क्योंकि इसमें स्वस्थ वसा, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट प्रचुर मात्रा में होते हैं. स्वस्थ वसा की मौजूदगी के कारण यह फल हृदय के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है. हालांकि यह आपके हृदय के लिए अच्छा है, लेकिन इसका अधिक सेवन भी ठीक नहीं है. एवोकाडो को सही तरीके से संग्रहित करना बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि अगर इसे सही तरीके से नहीं रखा जाएं तो यह फल बहुत जल्दी खराब हो सकता है.
एवोकाडो को लंबे समय तक ताज़ा रखने के लिए बेहतरीन किचन टिप्स
गुठली को अंदर ही रहने दें: अगर आप एवोकाडो का सिर्फ़ एक आधा हिस्सा इस्तेमाल कर रहे हैं, तो गुठली को दूसरे आधे हिस्से में ही रहने दें. गुठली हवा के संपर्क में आने वाली खुली सतह को कम करके, भूरे होने की प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करती है.
नींबू या नीबू का रस: ऑक्सीकरण को रोकने के लिए, एवोकाडो की कटी हुई सतह पर नींबू या नीबू का रस हल्का सा लगाएं. साइट्रिक एसिड रंग और स्वाद बनाए रखने में मदद करता है.
प्लास्टिक रैप से ढकें: हवा के संपर्क को कम करने के लिए एवोकाडो के खुले गूदे पर सीधे प्लास्टिक रैप लगाएं. यह ऑक्सीकरण को रोकता है और लंबे समय तक इसकी बनावट को बनाए रखने में मदद करता है.
एक एयरटाइट कंटेनर का इस्तेमाल करें: एवोकाडो को लपेटने या उसके छिलके सहित छोड़ने के बाद, उसे एक एयरटाइट कंटेनर में रखें। इससे हवा से बचाव होता है और भूरापन कम होता है.
फ़्रिज में रखें: कटे हुए एवोकाडो को हमेशा रेफ्रिजरेटर में रखें, क्योंकि ठंडा तापमान ऑक्सीकरण प्रक्रिया को धीमा कर देता है. अगर सही तरीके से रखा जाए, तो एक कटा हुआ एवोकाडो लगभग 1-2 दिनों तक चल सकता है.
जैतून के तेल का इस्तेमाल करें: कटे हुए एवोकाडो की खुली सतह पर जैतून के तेल की एक पतली परत लगाने से नमी बरकरार रहती है और भूरापन कम होता है.