रांची (RANCHI): जनवरी महीने की शुरूआत होते ही लोगों में पिकनिक जाने की होड़ लग जाती है. बच्चे-बड़े सभी पिकनिक कतो लेकर काफी उत्साहित रहते है, लेकिन सभी के लिए एक सुरक्षित जगह तलाशना मुश्किल होता है. इसलिए हम आपके लिए एक सुंदर और सुरक्षित तलाश के लाए हैं. बता दें कि नूतन वर्ष 2025 नजदीक आ रहा है वैसे ही चतरा जिले के पिकनिक स्पॉट गुलजार होने लगे हैं. यहां कई जलप्रपात हैं जहां हजारों की भीड़ उमड़ती है. झारखण्ड और बिहार के सीमांत क्षेत्र चतरा जिले के कान्हा चट्टी इलाके में भी एक प्रसिद्ध वाटर फॉल है. यह ऐसा पिकनिक स्पॉट है, जहां सैलानियों की भीड़ देखते ही बनती है.
पहाड़ों के बीच प्रकृति का अद्भुत नजारा
यह जगह सैलानियों के लिए मानो स्वर्ग से कम नहीं. हरे-भरे जंगल व पहाड़ों के बीच प्रकृति का अद्भुत नजारा यहां पहुंचने वाले सैलानियों को अपने मनोहारी छटा से ओतप्रोत करता है. यहां कई ऐसी हसीन वादियां हैं जो आगंतुकों के लिए मनमोहक हैं. तमासीन जलप्रपात का अद्भुत नजारा यहां के लिए स्वर्ग से कम नहीं है. आच्छादित जंगलों के बीच छिपा तमासीन जलप्रपात प्रकृति का अद्भुत छटा है. तमासिन झारखण्ड ही नहीं आसपास के राज्यों में भी विख्यात है. इसकी ख्याति से लोग अपरिचित नहीं है.
देश-विदेश के पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र
जिला मुख्यालय से करीब 32 किलोमीटर दूर कांहाचट्टी प्रखंड के तुलबुल पंचायत में प्रकृति की गोद में बसा तमासीन जलप्रपात रमणीय स्थलों में से एक खास और अलग पहचान रखता है. इसकी प्राकृतिक छटा यहां सतरंगी फिजां बिखेर कर सभी का मन मोह लेती है. पथरीली चट्टानों के विहंगम दृश्यों के बीच और दो सुरम्य घाटियों व पहाड़ों के मध्य कल-कल, छल-छल बहता महाने नदी का यह जल-प्रपात प्राचीन काल से देश-विदेश के पर्यटकों को अपनी आकर्षित करती है. नए साल में यहां बड़ी संख्या में सैलानी पिकनिक मनाने पहुंचते हैं.
विश्वप्रसिद्ध फल्गु की सहायक महाने नदी में बना है जलप्रपात
तमासीन जलप्रपात से बहती जल धारा का सौन्दर्य काफी मनमोहक है। यह प्रपात विश्वप्रसिद्ध फल्गु की सहायक महाने नदी में बना है. सैंकड़ों फीट की ऊंचाइयों से नदी की जलधारा गिरती है. यह दो पहाड़ियों के बीच काले पत्थरों का अनोखा रूप सफेद रौशनी बिखेरती हुई पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है.