रांची (RANCHI): जिले के सतबरवा थाना क्षेत्र अंतर्गत मनिका वन क्षेत्र में रबदा पंचायत के सलैया गांव में हाथियों के झुंड ने मंगलवार को बकरी चरा रही एक अधेड़ विधवा महिला को पटक पटक कर मार डाला. एक अन्य महिला ने किसी तरह मौके से भाग कर अपनी जान बचायी. मृतक महिला की पहचान समुद्री कुंवर (52) के रूप में हुई है. घटना की जानकारी मिलने पर मनिका वन विभाग के रेंजर ठाकुर पासवान ने मृतका के पुत्र को दाह संस्कार के लिए 50 हजार रुपए की आर्थिक मदद दी. रेंजर ने बताया कि आवश्यक कार्रवाई पूरी करने के बाद साढ़े तीन लाख रुपये और मुआवजा दिया जाएगा.
अपने घर के पास में ही पानो कुंवर बकरी चरा रही थी
जानकारी के अनुसार समुद्री कुंवर और वार्ड सदस्य बबलू परहिया की मां पानो कुंवर अपने घर के पास में ही बकरी चरा रही थी. अचानक वहां दो बड़े हाथी और एक बच्चा पहुंचा एवं समुद्री कुंवर को घेर लिया. महिला जान बचाने के लिए पानी के एक नाले में कूद गई, लेकिन हाथियों ने पानी में घुसकर उसे पटक पटक कर मार डाला. हाथियों के हमले को देखकर साथ में बकरी चरा रही पानो कुंवर चिल्लाने लगी और जान बचाकर मौक से भागी. महिला ने घटना की जानकारी ग्रामीणों को दी. ग्रामीण एकजुट होकर मौके पर पहुंचे. इसी क्रम में हल्ला सुनकर हाथी औरंगा नदी पार करके जंगल में चले गए.
पुलिस ने शव का कराया पोस्टमार्टम
सूचना के बाद वन विभाग की टीम एवं सतबरवा थाना पुलिस ने महिला के शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है. बबलू परहिया ने बताया कि दो बड़े हाथी और एक बच्चा था, जो औरंगा नदी पार करके शीतल जंगल की ओर चला गया. बीडीसी प्रतिनिधि धीरज कुमार ने सतबरवा थाना पुलिस, मनिका वन विभाग के साथ सीओ कृष्ण मुरारी तिर्की को जानकारी दी. थाना के एएसआई संतोष साहू और सुधीर कुमार सिंह पुलिस जवानों के साथ मौके पर पहुंचे.
हाथियों के आतंक से हैं परेशान: धीरज
सामाजिक कार्यकर्ता धीरज कुमार ने बताया कि क्षेत्र में हाथियों का आतंक सालों भर रहता है. बेतला नेशनल पार्क से सटे होने के कारण हाथी उत्पात मचाकर चले जाते हैं. जान माल की क्षति हम लोगों को उठानी पड़ती है. बेतला नेशनल पार्क के अधिकारियों को सूचना देने के बाद भी किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं होती है.
जानमाल की हानि हमेशा होती है: शंभू
पूर्व मुखिया शंभू उरांव ने बताया कि हाथियों की ओर से इस क्षेत्र में हमेशा जान माल की हानि की जाती है. रबदा पंचायत के रांकी खुर्द, सलैया, रबदा के फुलवरिया, अमझरिया, कुकुरबंधवा, डम्हवा में हाथियों का झुंड आ धमकता है और लोगों को कुचलकर चला जाता है. इसके कारण हमेशा लोग भयभीत रहते हैं.