रांची (RANCHI): भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने कहा है कि केंद्र सरकार ने झारखंड सहित सभी राज्यों को बांग्लादेशी घुसपैठियों और रोहिंग्या मुसलमानों की पहचान के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए हैं.
घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें चिन्हित करने की बात
सोरेन ने सोशल मीडिया एक्स पर शनिवार को कहा है कि इन निर्देशों के तहत प्रत्येक जिले में विशेष टास्क फोर्स (एसटीएफ) गठित की जाएगी, जो अवैध रूप से रह रहे घुसपैठियों की पहचान कर उन्हें चिन्हित करेगी.
गृह मंत्री अमित शाह को दिया धन्यवाद
चंपाई सोरेन ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह एक निर्णायक कदम है, जिससे इन घुसपैठियों को पहचानना और उन्हें डिपोर्ट करना अब कहीं अधिक आसान होगा. उन्होंने आगे लिखा कि पिछली बार जब हाई कोर्ट ने इन घुसपैठियों की पहचान के लिए एक कमिटी गठित करने का आदेश दिया था, तब झारखंड सरकार सुप्रीम कोर्ट चली गई थी. लेकिन इस बार उनके पास ऐसा कोई विकल्प नहीं है. उन्होंने उम्मीद जताई कि अब राज्य सरकार केंद्र के दिशा-निर्देशों का पालन करेगी और उन लाखों घुसपैठियों को बाहर निकालने की प्रक्रिया शुरू होगी, जो झारखंड के आदिवासी-मूलवासी समाज का हक मार रहे हैं.
राज्य के नागरिकों से अपील
पूर्व मुख्यमंत्री ने राज्य के नागरिकों से अपील करते हुए कहा कि आप सभी से अनुरोध है कि इस प्रक्रिया के शुरू होने के बाद अपने आसपास के संदिग्ध लोगों की जानकारी पुलिस को दें. ऐसे लोगों को पकड़ने के बाद उन्हें होल्डिंग सेंटर में रखा जाएगा, और सभी कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद उन्हें देश से डिपोर्ट कर दिया जाएगा. अंत में उन्होंने झारखंड में आदिवासी समाज की अस्मिता और अस्तित्व की रक्षा के लिए इस प्रयास के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को पुनः धन्यवाद दिया. यह बयान ऐसे समय में आया है जब राज्य में घुसपैठ और जनसांख्यिकीय बदलाव को लेकर लगातार बहस और चिंताएं सामने आ रही हैं.