विस्थापितों के मुद्दे पर बीएसएल की अपील: संवेदनशीलता और शांति बनाए रखने का आग्रह

Shwet Patra

बोकारो (BOKARO): बोकारो स्टील प्लांट (बीएसएल) ने 03 अप्रैल 2025 को हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना पर गहरा दुःख प्रकट किया है, जिसमें एक युवक की दुखद मृत्यु हो गई. बीएसएल ने सभी नागरिकों से संयम बरतने और समाधान के लिए कानूनी प्रक्रिया का पालन करने की अपील की है.

बीएसएल हमेशा संवेदनशील और सहयोगी रहा है:प्रबंधन 

प्रबंधन का कहना है कि विस्थापितों के प्रति बीएसएल हमेशा संवेदनशील और सहयोगी रहा है. वर्ष 2017-18 में राज्य प्रशासन और विस्थापितों के प्रतिनिधियों के साथ हुए त्रिपक्षीय समझौते के तहत 1500 युवाओं को तीन चरणों में अप्रेंटिसशिप प्रशिक्षण दिया गया. यह प्रशिक्षण भारत सरकार के अप्रेंटिस एक्ट, 1961 के अंतर्गत हुआ, जिसमें प्रत्यक्ष नियुक्ति का प्रावधान नहीं है. बावजूद इसके, नियुक्ति की माँगें लगातार उठती रही हैं.

विस्थापितों को रोजगार दिए जाने की घोषणा

बीएसएल ने बताया कि पहले कुछ विस्थापितों को रोजगार दिया गया था, लेकिन माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के बाद सीधी भर्ती रोक दी गई. चूंकि बीएसएल, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) की इकाई है, इसलिए यहां नियुक्तियां सेल बोर्ड की तय नीति के अनुरूप होती हैं, जो सभी संयंत्रों पर समान रूप से लागू है. इन सीमाओं के बावजूद, बीएसएल ने प्रशिक्षित युवाओं की भर्ती प्रक्रिया में चयन दर बढ़ाने के लिए पात्रता शर्तों में संशोधन किया है. साथ ही सभी विभाग प्रमुखों को निर्देशित किया गया है कि वे इन प्रशिक्षुओं को अनुबंध आधारित कार्यों में प्राथमिकता दें.

03 अप्रैल की घटना का विवरण

03 अप्रैल की घटना के बारे में बीएसएल ने कहा कि 01 अप्रैल को प्रदर्शन की सूचना मिलते ही संवाद की प्रक्रिया शुरू की गई. 02 अप्रैल को विस्थापित अप्रेंटिस संघ से बैठक हुई, जिसमें नियमानुसार नियुक्ति की मांग पर सहमति नहीं बन सकी. इसके बाद भी 03 अप्रैल को कई बार प्रतिनिधि भेजे गए ताकि प्रदर्शन शांतिपूर्ण रूप से समाप्त कराया जा सके. इस दौरान बीएसएल के वरिष्ठ अधिकारी प्रशासनिक संपर्क में बने रहे.

एचआर के कार्यों की सराहना

प्रबंधन ने यह भी स्पष्ट किया कि बीएसएल अधिकारियों द्वारा किसी भी प्रकार की हिंसा या टकराव के निर्देश नहीं दिए गए थे. मुख्य महाप्रबंधक (एचआर) श्री हरि मोहन झा, जो अपने सेवा जीवन में ईमानदारी, मृदुभाषिता और निष्ठा के लिए पहचाने जाते हैं, घटना के समय भी लगातार संवाद और समन्वय में जुटे रहे. उनका योगदान सीएसआर और मानव संसाधन विभागों में भी सराहनीय रहा है.

अफवाहों से बचने की अपील 

बीएसएल ने पुनः सभी नागरिकों से शांति बनाए रखने और अफवाहों से बचने की अपील की है. साथ ही आग्रह किया है कि सभी मुद्दों का समाधान कानूनी और नीति आधारित दायरे में रहकर खोजा जाए, ताकि बोकारो की सद्भावना और विकास की परंपरा बनी रहे. 

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