सरायकेला के चांडिल डैम से छोड़ा गया 3500 क्यूसेक पानी, तटीय इलाके में बाढ़ का खतरा

Shwet Patra

रांची (RANCHI):  कोल्हान के तीनों जिलों में विगत चार दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश से सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं.  जिला प्रशासन के आदेश पर एहतियात के तौर पर चांडिल डैम के चार फाटक खोल दिए गए हैं, जिससे जमशेदपुर समेत सरायकेला के तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.  जिला प्रशासन ने निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाने का निर्देश दिया है. उल्लेखनीय है कि जमशेदपुर और सरायकेला से होकर बहने वाली प्रमुख नदियों में स्वर्णरेखा और खरकई हैं.  स्वर्णरेखा नदी का डेंजर लेवल 121.50 मीटर है, जो खतरे के निशान से करीब 5 मीटर नीचे है जबकि खरकई नदी का डेंजर लेवल 129 मीटर है.  फिलहाल यह नदी खतरे के निशान से करीब दो मीटर नीचे है.  रविवार को चांडिल डैम से करीब 3500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है, जिसके जमशेदपुर पहुंचने में पांच से छह घंटे लग सकते हैं.  इधर, जिला प्रशासन ने तटीय इलाकों में सतर्कता बढ़ा दी है. जिला प्रशासन ने अपील किया है कि लोग नदी किनारे नहीं जाएं.  साथ ही लोग जिला प्रशासन के दिशा-निर्देशों का अनिवार्य रूप से अनुपालन करें.

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