इन बिमारियों से लड़ने में मददगार होता है केला, जानिए इसे खाने का सही समय

Shwet Patra

रांची (RANCHI): केला फाइबर और विटामिन ए, बी6, सी और डी का समृद्ध स्रोत है. इसके सेवन से कब्ज, ब्लड प्रेशर जैसी समस्याओं में राहत मिलती है. हालांकि सही समय पर नहीं खाने से इसका दुष्प्रभाव भी झेलना पड़ सकता है. ऐसे में जानते हैं कि केला खाने से हम किन बिमारियों से लड़ सकते है, और इसे खाने का सही समय क्या है. 

कब्ज : कब्ज वात दोष के बढ़ने से होता है. यह फास्ट फूड, कॉफी या चाय का अधिक सेवन, रात को देर से सोना, तनाव और अवसाद के कारण भी हो सकता है. कब्ज को नियंत्रित करने में केला फायदेमंद होता है. केला अपनी वात संतुलन प्रकृति के कारण मल को नरम करता है और कब्ज को नियंत्रित करता है. कब्ज से छुटकारा पाने के लिए केले में शहद मिलाकर खाएं.

दस्त: दस्त से पीड़ित होने पर अपने आहार में केले को शामिल करें. केला खाने से शरीर को अधिक पोषक तत्व अवशोषित करने में मदद मिलती है.

यूटीआई संक्रमण: अगर आपको पेशाब करते समय जलन और दर्द का अनुभव होता है, तो आप यूटीआई संक्रमण से पीड़ित हो सकते हैं. मूत्र पथ के संक्रमण में केला फायदेमंद होता है. केले के तने का रस अपने ठंडे गुणों के कारण जलन को नियंत्रित करने में मदद करता है. यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद करता है.

कमजोर याददाश्त: ठीक से नींद न लेना, अत्यधिक तनाव आदि कमजोर याददाश्त के मुख्य कारण हैं. ऐसे में केले का नियमित सेवन तंत्रिका तंत्र को शांत करने में मदद करता है, जिससे नींद की समस्या और तनाव कम होता है, इसलिए दिन में 1-2 केले खाएं.

केले खाने का सही समय 

कई लोग सुबह खाली पेट केले का सेवन करते हैं. ऐसा करने से शुगर लेवल तेजी से बढ़ सकता है. आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से भी केला खाली पेट नहीं खाना चाहिए क्योंकि यह एक भारी फल है और इसे पचने में समय लगता है. इससे आपको एसिडिटी और अपच जैसी समस्या हो सकती है. इसके अलावा अपच, खांसी या अस्थमा की समस्या होने पर भी रात के समय केला खाने से बचना चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि यह कफ दोष को बढ़ा सकता है. हालांकि, आपको इसका सेवन हल्के भोजन के बाद और दोपहर के आसपास करना चाहिए.

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