पटना (PATNA): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 22 अगस्त को बिहार के दौरे पर रहेंगे, जिसमें वे पटना, गया और बेगूसराय का भ्रमण करेंगे. इसी क्रम में वे बेगूसराय में गंगा नदी पर बने औंटा-सिमरिया 6 लेन पुल का उद्घाटन करेंगे.
एनटीपीसी से औंटा तक 'रेड ज़ोन' घोषित
प्रधानमंत्री के आगमन के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए एनटीपीसी से औंटा तक के मार्ग को 'रेड ज़ोन' घोषित किया गया है. ट्रैफिक को सुचारू बनाए रखने के लिए जिला प्रशासन ने विशेष वैकल्पिक मार्ग तय किए हैं. पटना-मोकामा से बेगूसराय आने वाले वाहन के लिए वैकल्पिक मार्ग निर्धारित किया गया है, जिसमें औंटा-हाथीदह-लखीसराय-मुंगेर-साहेबपुर कमाल-बेगूसराय वहीं, बेगूसराय से पटना जाने वाले वाहन के लिए वैकल्पिक मार्ग भी निर्धारित किया गया है, जिसमें जीरोमाइल-तेघड़ा -बछवाड़ा-दलसिंहसराय-मुसरीघरारी-पटना है.
आदेश का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी
प्रधानमंत्री की सुरक्षा को देखते हुए पटना एयरपोर्ट और कार्यक्रम स्थलों के पांच किलोमीटर के दायरे को 'टेंपररी रेड ज़ोन' घोषित किया गया है. इस क्षेत्र में ड्रोन, हॉट एयर बैलून, पारा मोटर, पारा ग्लाइडिंग, पावर हैंड ग्लाइडिंग आदि उड़ाने पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा. पुलिस मुख्यालय ने इस बाबत सख़्त दिशा-निर्देश जारी किए हैं. आदेश का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी गई है.
पुल की क्या है खासियत, निर्माण पर खर्च हुए 1,871 करोड़
बता दें कि सिमरिया पुल के निर्माण से पहले लोग राजेंद्र पुल के सहारे यात्रा करते थे. 66 साल पहले राजेंद्र पुल का निर्माण 1959 में हुआ था. 1950 में राजेंद्र पुल का निर्माण शुरू हुआ था और तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने पुल का उद्घाटन किया था. गंगा नदी पर बना यह पुल दक्षिण बिहार के लोगों के लिए लाइफ लाइन की तरह थी. यह नया छह लेन का पुल पुराने दो लेन के रेल-कम-रोड पुल 'राजेंद्र सेतु' के समानांतर बनाया गया है. लगभग सात दशक पुराने राजेंद्र सेतु के मरम्मत का काम चल रहा है, जिस कारण भारी वाहनों की आवाजाही उस पर प्रतिबंधित है.