रांची (RANCHI): रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने बुधवार को वित्त वर्ष 2024-25 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ 7.2 फीसदी रहने का अनुमान जताया है. आरबीआई गवर्नर ने 7 अक्टूबर से शुरू तीन दिवसीय मौद्रिक नीति समीति (एमपीसी) की समीक्षा बैठक में लिए गए इस फैसले की जानकारी दी.
चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 7.2 फीसदी रहने का अनुमान
शक्तिकांत दास ने बैठक के बाद मीडिया को बताया कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में वास्तविक जीडीपी में वृद्धि 6.7 फीसदी हुई है. आरबीआई गवर्नर ने कहा कि घरेलू मांग में सुधार, कच्चे माल की कम लागत और सरकारी नीतियों से विनिर्माण क्षेत्र में आ रही तेजी की वजह से चालू वित्त वर्ष में आर्थिक वृद्धि दर 7.2 फीसदी रहने का अनुमान है.
यथावत रखने के पक्ष में 5:1 के बहुमत से लिया गया फैसला
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति ने ब्याज दर को यथावत रखने के पक्ष में 5:1 के बहुमत से फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा कि एमपीसी के सदस्यों ने उम्मीद जताई है कि चालू वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की अर्थव्यवस्था 7.2 फीसदी की दर से बढ़ेगी. दूसरी तिमाही के लिए जीडीपी ग्रोथ का लक्ष्य 7.2 फीसदी से घटाकर सात फीसदी किया गया है, जबकि तीसरी तिमाही के लिए अनुमान को 7.3 फीसदी से बढ़ाकर 7.4 फीसदी किया गया है. इसके अलावा चौथी तिमाही के लिए 7.4 फीसदी और अगले वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही के लिए 7.3 फीसदी कर दिया गया है.